इतनी सुगंधित कैसे, तुझे गुनगुनाना होगा। आज तुझे बताना होगा।। इतनी सुगंधित कैसे, तुझे गुनगुनाना होगा। आज तुझे बताना होगा।।
जब चांद छिपा बादल में..! चमक हो गई उनकी आँचल में..!! जब चांद छिपा बादल में..! चमक हो गई उनकी आँचल में..!!
उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।। उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।।
क्या ? करूं अब ऊंचाइयां इतनी दूरी पर है, नहीं जा पाऊंगा वहां पर।। क्या ? करूं अब ऊंचाइयां इतनी दूरी पर है, नहीं जा पाऊंगा वहां पर।।
लगता है जैसे घोर अंधकार जीवन में। लगता है जैसे घोर अंधकार जीवन में।
संघर्ष में स्वयं को निखारते हुए बिखेरेंगे खुशियाँ हर बार। संघर्ष में स्वयं को निखारते हुए बिखेरेंगे खुशियाँ हर बार।